'चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के समापन समारोह' के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोतीहारी में इसका जवाब दिया, 'आठ लाख पचास हज़ार टॉयलेट.'
थोड़ा ठहरिए! अब करिए हिसाब. हफ़्ते में सात दिन होते हैं. दिन में 24 घंटे यानी सात दिन में 168 घंटे हुए.
प्रधानमंत्री के दावे पर यकीन किया जाए तो बिहार में हरेक घंटे 5059 टॉयलेट यानी हर मिनट 84 टॉयलेट का निर्माण हुआ. है न कमाल!