एक डॉक्टर शायरी के मूड में था, अब देखिये उसने दवाईयां कैसे समझायी अपने मरीज को। दिल बहला के मोहब्बत को न धमाल करें, सीरप को अच्छी तरह हिला के इस्तेमाल करें। दिल मेरा टुट गया उठी जब उसकी डोली, सुबह, दोपहर, शाम बस एक - एक गोली। लौट आओ कि मोहब्बत का सुरूर चखे, तमाम दवाईयां बच्चों की पहुंच से दूर रखें। दिल मेरा इश्क करने पर रजामंद रहेगा, इतवार के दिन दवाखाना बंद रहेगा। |