डॉक्टर की शायरी

एक डॉक्टर शायरी के मूड में था,
अब देखिये उसने दवाईयां कैसे
समझायी अपने मरीज को।

दिल बहला के मोहब्बत को न धमाल करें,
सीरप को अच्छी तरह हिला के इस्तेमाल करें।

दिल मेरा टुट गया उठी जब उसकी डोली,
सुबह, दोपहर, शाम बस एक - एक गोली।

लौट आओ कि मोहब्बत का सुरूर चखे,
तमाम दवाईयां बच्चों की पहुंच से दूर रखें।

दिल मेरा इश्क करने पर रजामंद रहेगा,
इतवार के दिन दवाखाना बंद रहेगा।