Amazing Video of a Train Powered by a Steam Engine Running From Los Angeles to San Bernardino

 
 
 In April 2014, Santa Fe 3751 made her way to San Bernardino from Los Angeles. These are the amazing shots by the cameraman. Enjoy the sights and sounds of steam power.

ਜੈਸੇ ਬਚੀ ਤੇਰੀ ਹਾਂਡੀ, ਤੈਸੇ ਬਚੇਗੀ ਤੇਰੀ ਮਾਂਡੀ - Gurdwara Sri Guru Gobind Singh Ji Mandi | Himachal Pradesh, India | Saakhi

 
* ਜੈਸੇ ਬਚੀ ਤੇਰੀ ਹਾਂਡੀ, ਤੈਸੇ ਬਚੇਗੀ ਤੇਰੀ ਮਾਂਡੀ *
ਗੁਰਦੁਆਰਾ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਗੋਬਿੰਦ ਸਿੰਘ, ਮੰਡੀ, ਹਿਮਾਚਲ ਪ੍ਰਦੇਸ਼ 
Gurdwara Sri Guru Gobind Singh, Mandi, HP
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मशहूर ज्योतिषी बेजन दारूवाला का निधन, कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में थे भर्ती


मशहूर ज्योतिषी बेजन दारूवाला का शुक्रवार को निधन हो गया। 90 वर्षीय दारूवाला को कोरोना वायरस से संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अहमदाबाद नगर निगम ने 22 मई को उनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की थी।



Bejan Daruwalla was an Indian astrology columnist. He has also served as a professor of English in Ahmedabad. Fahad Despite being of Parsi heritage, he was known to be an ardent follower of Lord Shri Ganesh.

He was a famous astrologer, been on ventilator support; fought COVID-19 and passed away on May 29, 2020.

अपने बच्चे की स्कूल फीस कैसे चुकाएं - एक सुझाव

 

It has been more than two months that the lock down has been imposed in India. Consequently, it has become really difficult for the parents to pay for the school fees of their children.

औलाद और परिवार का सुख | Poet Surendra Sharma is Irresistible

 

Overall this whole video is awesome, however, if you listen from this point for next one minute you will realise that how deep the comedian Surendra Sharma thinks about the society and the culture of India.

Today's extract from Sri Guru Granth Sahib ji

ਧੁਰੋਂ (ਪਰਮਾਤਮਾ ਦੀ ਰਜ਼ਾ ਅਨੁਸਾਰ) ਹੀ ਸਭ ਜੀਵਾਂ ਦੇ ਮੱਥੇ ਉਤੇ (ਆਪੋ ਆਪਣੇ ਕੀਤੇ ਕਰਮਾਂ ਦੇ ਸੰਸਕਾਰਾਂ ਦਾ) ਲੇਖ (ਉੱਕਰਿਆ ਪਿਆ) ਹੈ। ਕੋਈ ਜੀਵ ਐਸਾ ਨਹੀਂ ਹੈ ਜਿਸ ਉਤੇ ਇਸ ਲੇਖ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਨਾਹ ਹੋਵੇ। ਸਿਰਫ਼ ਪਰਮਾਤਮਾ ਆਪ ਇਸ (ਕਰਮ-) ਲੇਖ ਤੋਂ ਸੁਤੰਤ੍ਰ ਹੈ ਜੋ ਇਸ ਕੁਦਰਤਿ ਨੂੰ ਰਚ ਕੇ ਇਸ ਦੀ ਸੰਭਾਲ ਕਰਦਾ ਹੈ, ਤੇ ਆਪਣੇ ਹੁਕਮ ਵਿਚ (ਜਗਤ-ਕਾਰ) ਚਲਾ ਰਿਹਾ ਹੈ।



धुर से ही (परमात्मा की रजा अनुसार) सब जीवों के माथे पर (अपने-अपने किए कर्मोंके संस्कारों का) लेख (उकरा हुआ) है। कोई जीव ऐसा नहीं है जिस पर इस लेख का प्रभाव ना हो। सिर्फ परमात्मा खुद इस (कर्म) लेख से स्वतंत्र है, जो इस कुदरत को रच के इसकी संभाल करता है, और अपने हुकम में (जगत की कार्यवाही) चला रहा है।